बढ़ती प्रतिस्पर्धा और बदलती जीवन शैली के साथ छात्रों और शिक्षकों को अलग -अलग शारीरिक और मनोवैज्ञानिक समस्याएं हो सकती हैं, इसलिए एक उचित मार्गदर्शन एवं परामर्श की आवश्यकता है। स्कूल में इस उद्देश्य के लिए एक संविदात्मक परामर्शदाता और विशेष शिक्षक हैं। इसके अलावा कुछ शिक्षकों को हर साल प्रशिक्षण/मार्गदर्शन और परामर्श पाठ्यक्रम प्रदान किया गया था।